भारत की बहुलतावादी और समृद्ध सांस्कृतिक धारा में ऐसे कई महान व्यक्ति हुए हैं जिन्होंने अपने योगदान से हिंदी भाषा को वैश्विक मंच तक पहुँचाया. यह पुस्तक हिंदी भाषा के प्रसार में हिंदू धर्म से इतर विद्वानों, लेखकों और समाज सुधारकों के महत्वपूर्ण योगदान को उजागर करती है. इस किताब में उन महान हस्तियों की चर्चा है जो हिंदू धर्म से जुड़े नहीं थे, लेकिन हिंदी साहित्य, भाषा और संस्कृति के प्रसार में उनकी भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण रही है. इन व्यक्तियों में फ़ारसी, अरबी, उर्दू, और अन्य भाषाओं के विद्वान, लेखक, शायर, और समाज सुधारक शामिल हैं, जिन्होंने हिंदी की समृद्धि में अपनी अलग छाप छोड़ी. साहित्य तक की ओर से हिंदी पखवाड़ा की शुभकामनाएं. भाषा का जश्न कायम रहे. ****

आज की किताबः ‘हिन्दी भाषा की संघर्ष यात्रा और हिन्दू-इतर रचनाकार’

लेखक: डॉ. संध्या सिलावट

भाषा: हिंदी

विधा: आलोचना- इतिहास

प्रकाशक: प्रवासी प्रेम पब्लिशिंग, इंडिया

पृष्ठ संख्या: 330

मूल्य: 615 रुपये